राह में पड़ाव बहुत होंगे ये पथिक मंजिलें उन्हें यूँ बनानी नहीं हैं। राह में पड़ाव बहुत होंगे ये पथिक मंजिलें उन्हें यूँ बनानी नहीं हैं।
प्यासा पथिक मैं प्रेम का प्रेम ही जीवन यज्ञ अनुष्ठान है। प्यासा पथिक मैं प्रेम का प्रेम ही जीवन यज्ञ अनुष्ठान है।
पथिक निरंतर कर्म पथ पर चलता रहा, बाधाओं को चीर वह आगे बढ़ता रहा। पथिक निरंतर कर्म पथ पर चलता रहा, बाधाओं को चीर वह आगे बढ़ता रहा।
जब तक सब सही नहीं हो शांत होने का नाम नहीं लेता जब तक सब सही नहीं हो शांत होने का नाम नहीं लेता
भारत था कभी स्वर्णिम पक्षी,गर्व अभी तक होता है। स्वर्गिक उज्ज्वल सा भविष्य,सबकी पलकों में सोता है... भारत था कभी स्वर्णिम पक्षी,गर्व अभी तक होता है। स्वर्गिक उज्ज्वल सा भविष्य,सब...
मैं पर्दे के इस पार खड़ा तू पर्दे के उस पार प्रिये। मैं पर्दे के इस पार खड़ा तू पर्दे के उस पार प्रिये।